जो मुझे अभी छोड़ना नहीं चाहते हैं। बार- बार मनोज कहकर पुकारते हैं। जो मुझे अभी छोड़ना नहीं चाहते हैं। बार- बार मनोज कहकर पुकारते हैं।
उजाला बनकर रहना मेरे जीवन में, सुबह हो या शाम।। उजाला बनकर रहना मेरे जीवन में, सुबह हो या शाम।।
लगता है जैसे घोर अंधकार जीवन में। लगता है जैसे घोर अंधकार जीवन में।
संघर्ष में स्वयं को निखारते हुए बिखेरेंगे खुशियाँ हर बार। संघर्ष में स्वयं को निखारते हुए बिखेरेंगे खुशियाँ हर बार।
उनसे अगाध प्रेम। उनसे अगाध प्रेम।
मधुर सुखद बंधन रहे,मध्य प्रेम विश्वास , सतरंगी सपने सजें ,प्रतिदिन ही मधुमास। मधुर सुखद बंधन रहे,मध्य प्रेम विश्वास , सतरंगी सपने सजें ,प्रतिदिन ही मधुमास।